मुंबई। भोजपुरी सिनेमा के मेगास्टार रवि किशन आज 48 साल के हो गए। 17 जुलाई 1969 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के केराकत तहलीस के छोटे से गांव वराई विसुई में पंडित श्याम नारायण शुक्ला और जड़ावती देवी के घर जन्में रविन्द्र नाथ शुक्ला उर्फ रवि किशन को बचपन के दिनों से अभिनय का शौक था। उन्हें अभिनय का शौक कब हुआ उन्हें खुद याद नहीं है लेकिन रेडियो में गाने की आवाज इनके पैर को थिरकने पर मजबूर कर देती थी। कहीं भी शादी हो यदि बैंड की आवाज उनके कानों में गई तो वो खुद को कंट्रोल नहीं कर पाते थे।
रवि किशन ने गांव के रामलीला में माता सीता की भूमिका से अभिनय की शुरुआत की थी। उनके पिताजी पंडित श्यामनारायण शुक्ला को यह कतई पसंद नहीं था कि उनके बेटे को लोग नचनिया गवैया कहे, इसीलिए उन्हें मार भी खानी पड़ी लेकिन रवि किशन के सपनों पर इसका कोई असर नही पड़ा। मां ने उसके के सपनों को पूरा करने का फैसला किया और कुछ पैसे दिए और इस तरह अपने सपनों को साकार करने के लिए रवि किशन सपनों की नगर मुम्बई पहुंच गए।
मुंबई आने के बाद रवि किशन को काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा। संघर्ष के लिए पैसों की जरूरत थी इसलिए उन्होंने सुबह-सुबह पेपर बांटना शुरू कर दिया। पेपर बेचने के अलावा उन्होंने वीडियो कैसेट किराए पर देने का काम भी शुरू कर दिया। इन सबके बीच उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी।
रवि किशन की मेहनत रंग लाई और उन्हें काम मिलना शुरु हो गया। इस दौरान उन्होंने प्रीति किशन से शादी की। जब उनकी बेटी रीवा उनके जीवन मे आई तो काम और नाम दोनों में काफी इजाफा होना शुरू हुआ। कई हिंदी फिल्मों का निर्माण कर चुके निर्देशक मोहनजी प्रसाद ने भोजपुरी फिल्म निर्माण करने का फैसला किया और रवि किशन को 2003 में प्रदर्शित अपनी पहली फिल्म सैयां हमार में बतौर हीरो लॉन्च किया।
फिल्म ने न सिर्फ मृतप्राय भोजपुरी सिनेमा को नया जीवन दिया बल्कि रवि किशन को स्टार के रूप में स्थापित कर दिया। इस फिल्म के बाद रवि किशन ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। रवि किशन 200 से भी अधिक भोजपुरी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। रवि उन्होंने न सिर्फ भोजपुरी बल्कि हिंदी और कई कामयाब दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अपने अभिनय का जौहर दिखाया है। रवि किशन ने रियलिटी शो बिग बॉस और झलक दिखला जा में भी शिरकत की है। वह अभिनय के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर राजनीति में भी सक्रिय हैं।