मुंबई। पहली बार, शाहरुख को इस फिल्म में एक गाइड के किरदार के रूप में देखा जाएगा। अभिनेता को एक पर्यटक गाइड की भूमिका में देखना निश्चित रूप से काफी दिलचस्प अनुभव होगा।
1965 में आई भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक "गाइड" में दिग्गज अभिनेता देव आंनद ने एक गाइड की भूमिका निभाई थी जिसे सभी ने खूब पसंद किया था, और अब यह 52 साल बाद होगा कि हम शाहरुख को इसी तरह की भूमिका निभाते हुए देखेंगे! एक पर्यटक गाइड की ये प्रेम कहानी वास्तव में काफी आकर्षक साबित होगी।
"हरिंदर सिंह मेहरा एक पर्यटक गाइड है, वह हर दिन कई लोगों को शहर का दौरा करवाते है जहां वे जाना चाहते हैं, लेकिन वह व्यक्तिगत रूप से खुद कही खोया हुआ रहता है। उन्हें वह नहीं मिला है जिसकी वे तलाश कर रहे है, लेकिन हर रोज़ वह अपने जीवन में कई लोगो से मिलता है जो उस मुकाम पर पहुंच जाते है जहाँ वे पहुँचना चाहते है लेकिन वो महज एक पर्यटक स्थान होता है जिसे यह पर्यटक गाइड देखने की परवाह भी नही करता। वह नहीं जानता कि वह कहाँ जा रहा है लेकिन फिर भी वह एक पर्यटक गाइड है। यही एक नाटकीय मात्रा है जिसे मैं इस फिल्म में हरिंदर सिंह मेहरा में देखना चाहता था।"
इम्तियाज ने आगे कहा कि,"मैं प्रवाहकीय पर्यटन या पैकेज पर्यटन का इस्तेमाल नही करता। मैं हमेशा टूर गाइडों से प्रभावित रहा हूं। जब वे ग्राहकों और पर्यटकों को विभिन्न खूबसूरत जगहों पर ले जाते हैं और जब सभी पर्यटक उन स्थानों की ख़ूबसूरती को निहारने में व्यस्त होते हैं, तब यह टूर गाइड दूसरी तरफ देख रहे होते है। वे सबसे खूबसूरत जगहों पर इतनी यात्रा कर लेते हैं कि एक समय ऐसा आ जाता है जब वह इनसे ऊब जाते हैं। और अपनी निजी जिंदगी में वे उन चीज़ों के बारे में नही सोचते जो दुनिया की नज़र में काफी खूबसूरत है।"
फिल्म ने दर्शकों के बीच उम्दा प्रत्याशा पैदा कर दी है। शाहरुख और अनुष्का के किरदार को मिनी ट्रेल्स के जरिये दर्शकों के सामने पेश करना ,यह अपनी तरह का एक पहला उदहारण था।
फिल्म के गीत "राधा" और "बीच बीच मे" को सबसे अनोखे ढंग से रिलीज किया गया था, जिसे जनता-जनार्दन ने खूब पसंद भी किया। शाहरुख की असली जिंदगी की सेजल से मुलाकात से ले कर, शाहरुख, अनुष्का और इम्तियाज का मुम्बई के क्लब दौरा तक, निर्माता इस फ़िल्म के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।