मुंबई। अभिनेत्री हुमा कुरैशी ने इस बात को लेकर चकित है कि कैसे कुछ कट्टर लोग दूसरे लोगों को विचारधारा और खान-पान की आदतों को लेकर बांटने का काम करे है। 30 वर्षीय अभिनेत्री ने बताया कि ऐसे लोगों को चिकित्सा सहायता की जरूरत है।
हुमा ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने कुछ लोगों को देखा है जो अन्य लोगों को उनकी भिन्न विचारधारा के आधार पर और मांस खाने को लेकर जज कर रहे है। उन्होंने कहा, ''यह दुखद है। हकीकत में हमने एेसा कभी नहीं सीखा। ये बेहद कष्टदायक और परेशान करने वाली बात है। मेरी व्यक्तिगत राय है कि एेसे लोगों को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।''
उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि किसी को भगवान, धर्म, देश या राष्ट्रीय विचार के आधार पर बांटना चाहिए। इसे हमेशा एकजुट रखना चाहिए। आपको संगीत, कविता, नृत्य और खान-पान जैसी चीजों पर एकजुट रहना चाहिए। ''गैंग्स ऑफ वासेपुर की अभिनेत्री ने कहा, वह एक बहुत ही धर्मनिरपेक्ष माहौल में बड़ी हुई है और समझ नहीं पा रही है कि लोग ऐसे 'चरमपंथ' को कैसे देख पा रहे है।''