मुंबई। अवैध हथियार रखने के मामले में सजा पूरी करने के बाद संजय दत्त 25 फरवरी 2016 को पुणे की यरवदा जेल से रिहा हुए थे। आज बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें जल्द रिहा करने पर महाराष्ट्र सरकार से जवाब मांगा है। महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि मुंबई में 1993 में हुए सीरियल बम विस्फोटों के मामले में सजा काट रहे फिल्म अभिनेता संजय दत्त को उसने किस आधार पर समय पूर्व रिहा करने का फैसला लिया था। संजय दत्त को हथियार रखने के आरोप में पांच साल कैद की सजा सुनाई गई थी।
अदालत ने पूछा है कि संजय दत्त के अच्छे व्यवहार का आकलन किस तरह किया गया। इसके अलावा, अदालत जानना चाहती है कि जब उन्होंने अपनी सजा की आधी अवधि परोल पर बाहर ही बितायी, तो उन्हें रिहा कैसे किया गया। इससे संजय दत्त के लिए नई मुश्किल खड़ी हो सकती है और अगर मामले ने तूल पकड़ लिया तो उन्हें दोबारा जेल भी जाना पड़ सकता है।
संजय दत्त ने इस दौरान जेल में रहकर सिक्स पैक एब्स बनाए। जेल में रहने के दौरान संजय सुबह 5.30 बजे उठ जाते थे, और कैदियों के साथ कसरत करते थे और दोपहर के बाद का अपना समय वह योग और ध्यान करने में लगाते थे। संजय को जेल में खास सेल में रखा गया था और उन पर नजर रखने के लिए 2 आदमी को अलग से रखा गया था। संजय ने जेल के दौरान कागज की थैलियां बनाने का काम किया था, इस काम के लिए उन्हें रोज के हिसाब से 50 रुपए मिलते थे। संजय काम के साथ-साथ कैदियों का मनोरंजन भी किया करते थे।