मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री-निर्देशक कोंकणा सेन शर्मा का कहना है कि अब वह कुछ भी कहने से पहले बेहद सचेत रहती हैं, क्योंकि पहले की अपेक्षा समाज में उदारता कम हुई है। कोंकणा ने कहा, मैं पहले से अधिक असहज और असुरक्षित महसूस करने लगी हूं। इससे पहले कभी भी मैंने कुछ कहने से पहले खुद को इतना सचेत नहीं पाया। मेरे ख्याल से इसका सार यही है कि हमें यह स्वीकार करना होगा कि दुनिया में मौजूद सात अरब की आबादी एक जैसी नहीं है और इसमें कोई खराबी नहीं है। ढेरों संस्कृतियां हैं और ऐसी अनेक चीजें हैं जो हमें अलग करती हैं। कोंकणा ने कहा, हमने खुद को अलग करने वाली ढेरों चीजें इजाद की हैं कि हम यह भूल जाते हैं कि हम सभी में कितना कुछ एक जैसा भी है।