नई दिल्ली। सोनाक्षी सिन्हा की आगामी फिल्म ‘नूर’ 21 अप्रैल को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में वह एक पत्रकार की भूमिका में नजर आने वाली हैं। सोनाक्षी का कहना है कि वह सफलता और असफलता को समान रूप से देखती हैं और इनमें से किसी से प्रभावित नहीं होतीं। सोनाक्षी ने कहा कि जब उनकी फिल्म बॉक्स आॅफिस पर सफल होती है, तो वह इसका ढिंढोरा नहीं पीटतीं और जब फिल्म असफल होती है तो अंधेरे कोने में बैठकर मातम नहीं करतीं। सोनाक्षी आगे कहती हैं कि मेरी परवरिश इस तरह से हुई है कि मैं सफलता और असफलता को समान रूप से देखती हूं। उन्होंने कहा, किसी ने कहा है कि असफलता की तुलना में सफलता लोगों को अधिक बर्बाद करती है।
इसलिए गलतियों से सीखना जरूरी है न कि उसके बारे में सोचते रहना। जब मुझे अधिक सफलता मिलती है तो मैं छत पर जाकर चिल्लाती नहीं हूं कि मेरी फिल्म हिट हो गई और असफल होने पर मैं कोने में जाकर रोती नहीं हूं, आपको आगे बढ़ना चाहिए और अगली फिल्म करनी चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा, बॉलीवुड की यात्रा महान रही है। कुछ शुरुआती भूमिकाओं की वजह से मेरी आज यह स्थिति बनी कि ‘अकीरा’ जैसी फिल्म मुझे मुख्य किरदार के साथ मिली। मैंने दो शीर्ष भूमिकाएं निभाईं हैं और यह करना उत्साहजनक रहा, ईमानदारी से कहूं तो पिछली फिल्मों की वजह से मेरी वर्तमान स्थिति है, जिससे मैं ‘नूर’ जैसी फिल्म कर सकी। बता दें कि सुनील सिप्पी द्वारा निर्देशित क्राइम थ्रिलर-कॉमेडी फिल्म, सबा इम्तियाज के पाकिस्तानी उपन्यास ‘कराची, यू आर किलिंग मी!’ पर आधारित है। यह उपन्यास 20 वर्षीय पत्रकार आयशा खान की जिंदगी के कई पहलुओं पर प्रकाश डालता है।