उन्होंने कहा, 'मैं ऐसे किसी मंदिर या गुरुद्वारे में यक़ीन नहीं रखता जो लोगों को जगाने के लिए बिजली (लाउडस्पीकर) का इस्तेमाल करते हैं। जो धर्म में यक़ीन नहीं रखते। फिर क्यों? ईमानदारी से बताइए? सच क्या है?'
उनके ट्वीट करते ही सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई। वो टि्वटर पर #SonuNigam ट्रेंड पर करने लगे।
कुछ लोग उनका समर्थन कर रहे हैं और कुछ विरोध।
सय्यद ताहा ने लिखा, 'मज़हब ए जज़्बात चाहे हिंदू का हो या मुसलमान का, उसे गुंडागर्दी कहना सही नहीं है।'
इसके जवाब में सैनिटी स्पीकर हैंडल से लिखा गया है, 'और किसी के कान में मज़हब ए जज़्बात के नाम पर भोंपू बजाना, वो क्या है? आपको इस बात का अहसास है कि बूढ़े, बीमार और बच्चे हैं जो इन सब को नहीं झेल सकते।'