नई दिल्ली। तीन साल पहले ऋषि कपूर ने फिल्म डीडे में आतंकी दाऊद इब्राहिम का रोल निभाया था। उस डॉन के साथ बॉलीवुड का ये हीरो एक नहीं बल्कि दो-दो बार मिल चुका है। दाऊद ने ना सिर्फ ऋषि कपूर से मुलाकात की बल्कि डॉन के दिल में दबे कई सनसनीखेज राज भी खोले थे।
ऋषि कपूर डॉन के बंगले में चार घंटे तक खास मेहमान बनकर रहे। दाऊद ने ऋषि कपूर के साथ लंबी बातचीत की। इस चार घंटे की मुलाकात में दोनों ने कई कप चाय पी। डॉन ने ऋषि कपूर के जूतों का बिल तक पे करने की पेशकश की थी। दाऊद ने ऋषि कपूर को कई राज की बात बताईं थीं और यही राज की बातें ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अनसेंसर्ड में लिख डाली हैं।
अखबार में छपे अंश के मुताबिक 1988 में जब ऋषि कपूर आर डी बर्मन और आशा भोंसले के एक कार्यक्रम में शामिल होने दुबई गए थे तभी उनकी मुलाकात दाऊद से हुई थी। किताब में बताया गया है कि दाऊद का एक आदमी हमेशा एयरपोर्ट पर रहता था और जैसे ही ऋषि वहां से निकल रहे थे तभी उनके हाथ में एक अजनबी ने उन्हें फोन दिया और कहा कि दाऊद साब बात करेंगे।
दाऊद ने मुंबई ब्लास्ट 1993 में करवाए थे। इसलिए उससे पहले तक ऋषि कपूर भी दाऊद को भगोड़ा नहीं समझते थे। इसलिए वो दाऊद से बात करने और उससे मुलाकात करने के लिए तैयार हो गए। बाद में ऋषि कपूर को एक गोरे, मोटे लड़के से मिलवाया गया जो ब्रिटिश जैसा दिखता था। वह दाऊद का राइट हैंड बाबा था, उसने ऋषि कपूर से कहा कि दाऊद साब आपके साथ चाय पीना चाहते हैं। ऋषि कपूर को इसमें कोई बुराई नजर नहीं आई और ये न्यौता स्वीकार कर लिया।
ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि दाऊद से उनकी पहली मुलाकात शानदार थी। दाऊद सफेद रंग की शानदार इटैलियन ड्रेस में आया और उसने गर्मजोशी के साथ हमारा स्वागत किया। उसने माफी मांगने के अंदाज में कहा, मैंने आपको चाय के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि मैं शराब नहीं पीता। ऋषि कपूर और दाऊद के बीच चाय-बिस्किट का ये सेशन तकरीबन चार घंटे तक चला। उसने बहुत सी चीजों के बारे में बात की। उसने अपने जुर्म कबूल किए। उसने ये भी बताया कि मुंबई में कई लोगों को उसने खरीद रखा है और देश के कुछ सफेदपोश भी उसकी मदद के लिए हर समय तैयार रहते हैं।