भोपाल। शहर की सड़कों पर जब पानी भरा और घरों में पानी घुस गया, तब शुरू हुए आरोप। परेशान लोगों ने नेताओं और अफसरों को खरी-खरी सुनाना शुरू किया। महापौर खुद सड़क पर निकल आए और सड़क पर बह आए नाले के पानी में कुर्सी डालकर बैठ गए। अफसरों को फोन करना शुरू किया। पीडब्ल्यूडी के किसी अफसर को फोन किया और डांट लगाई कि पूरे शहर के लोग जब जलमग्न हो जाएंगे तब सड़कों पर उतरेंगे क्या? क्या लगा रखा है आप लोगों ने? दो महीने हो गए जो काम आपका है वो करना चाहिए... पूरी बस्तियां जलमग्न हो रही हैं। जवाबदारी पीडब्ल्यूडी की है... आप लोग, सड़कों पर क्यों नहीं उतरते?