भोपाल। भले ही ओखी चक्रवात कमजोर पड़ गया है, लेकिन प्रदेश के कई हिस्सों में इसका असर देखने को मिल रहा है। कई जिलों में गुरुवार को भी बूंदाबांदी हुई वहीं दिन का तापमान भी लुढ़क गया। इससे पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। प्रदेश में दिन का तापमान लुढ़कने की एक प्रमुख वजह ओखी का कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाना है। दक्षिणी गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के बीच कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस कारण बादल छाए हुए हैं। मौसम के कारण राज्य के अनेक जिलों में स्कूलों और आंगनवाड़ी का समय बदल दिया गया है। कहीं-कहीं छुट्टी भी घोषित कर दी गई है।
इंदौर में पारा सामान्य से पांच डिग्री कम
इंदौर में बुधवार सुबह भी बादलों की वजह से धूप नदारद रही और दिन का तापमान में पांच डिग्री की कमी देखी गई, जो 22 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं मंगलवार रात का पारा 13.6 डिग्री दर्ज किया गया। विभाग के मुताबिक अब गुरुवार व शुक्रवार को बादलों के छंटने की उम्मीद है। बादलों के हटते ही फिर से सर्दी बढ़ेगी और तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
अंचल : कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित
मालवा-निमाड़। पूरे अंचल में बुधवार को बादल छाए रहे और सर्द हवा ठिठुराती रही। लगभग सभी मौसम का अब तक सबसे ठंडा दिन और ठंडी रात रही। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे रहे तो कई जगह अलाव का सहारा भी लिया गया। शीतलहर को देखते हुए उज्जैन में 7 दिसंबर को पहली से दसवीं तक की कक्षाओं की छुट्टी घोषित की गई है। वहीं 8 दिसंबर से स्कूल सुबह दस बजे से पहले नहीं लगेंगे। इधर नीमच में 8 और 9 दिसंबर को प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। इसके अलावा देवास में पहली से आठवीं तक के स्कूलों का समय बदला गया है। सुबह दस बजे के पहले कोई कक्षा नहीं लगेगी।
अरब सागर से आ रही नमी
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय अरब सागर से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। इस वजह से बुधवार को कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई है और दिन में बादल छाए रहे। वहीं गुरुवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।