भोपाल। मालेगांव ब्लास्ट मामले में जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने गुरूवार को कहा कि भगवा आतंकवाद को सिद्ध करने के लिए ही कांग्रेस ने उन्हें साजिश के तहत फंसाया। साध्वी का भोपाल के आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्रज्ञा ठाकुर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वे बेकसूर हैं और कांग्रेस की साजिश का शिकार हुई हैं। उन्होंने कहा कि भगवा आतंकवाद शब्द कांग्रेस की देन। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने पहली बार इसका इस्तेमाल किया था। भगवा आतंकवाद को सिद्ध करने के लिए ही उन्हें फंसाया गया।
साध्वी ने कहा कि वे अभी खुद को अर्धमुक्त कह सकती हैं, क्योंकि कोर्ट ने उन्हें बेहतर इलाज कराने और खुले वातावरण में सांस लेने का मौका दिया है। उन्होंने स्वयं को कोर्ट का शुक्रगुजार बताते हुए कहा कि उनकी बातों पर यकीन किया गया और जमानत दी गई। पूरी तरह से रिहाई अभी बाकी है। जब तक मामला खत्म नहीं हो जाता, वे मानसिक रूप से बंधन और तनाव में रहेंगी।
साथ ही साध्वी ने मुंबई एटीएस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कहा कि नौ सालों में उन्हें बहुत प्रताड़ति किया गया। वे सिर्फ अपने आत्मबल की वजह से जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि वर्तमान सरकार जनता के साथ न्याय कर रही है।
29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट में कई लोगों की मौत हुई थी और बहुत से घायल हुए थे। एटीएस ने इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। बॉम्बे हाईकोर्ट ने दो दिन पहले ही इस मामले में साध्वी प्रज्ञा को जमानत दी है।