भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक प्रहलाद लोधी के मामले में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर लोधी को न्याय दिलाने के लिए उनसे इस मामले में हस्तक्षेप कर उनकी विधानसभा सदस्यता बहाल करने की मांग की। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल टंडन से मिला और लोधी की सदस्यता बहाल करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन दिया, जिसमें नियमों का हवाला भी दिया गया है। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी शामिल थे। इनके साथ ही पन्ना जिले के पवई के पूर्व विधायक प्रहलाद लोधी भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे।
सिंह ने कहा कि एक मामले में लोधी को भोपाल की एक अदालत से दो वर्ष की सजा मिलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त कर दी और निर्वाचन आयोग को पवई सीट रिक्त घोषित करने की सूचना भेज दी। उन्होंने कहा कि लोधी को उच्च न्यायालय से उनकी सजा के मामले में स्थगन भी मिल गया, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। चौहान ने इस मामले में षड़यंत्र किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रहलाद लोधी को निचली अदालत के फैसले के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के सजा पर स्थगन के कारण प्रहलाद लोधी की विधायकी बहाल हो गयी है, लेकिन षड़यंत्रपूर्वक उनको विधानसभा से बाहर रखने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि लोधी विधानसभा के सदस्य हैं और हम अगले सत्र में उन्हें विधानसभा लेकर आएंगे। विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि पवई से प्रहलाद लोधी बड़े बहुमत से चुनाव जीतकर आए, लेकिन षडयंत्र रचकर उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गयी। उन्होंने कहा कि विधायक की सदस्यता समाप्त करने का अधिकार सिर्फ राज्यपाल को है। लोधी पन्ना जिले के पवई से विधायक चुने गए थे। पिछले दिनों भोपाल की एक अदालत ने आपराधिक मामले में उन्हें दोषी पाते हुए दो साल की सजा सुनायी है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने उन्हें विधायक पद के अयोग्य ठहराते हुए पवई सीट को रिक्त घोषित कर दिया।