भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में शराब की दुकानें बढ़ाने और उसके साथ 'बार' खोलने के फैसले को विनाशकारी बताते हुए इसे रद्द करने की मांग राज्य सरकार से की है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रदेश को 'मदिरा प्रदेश' नहीं बनाएं।
श्री चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए कहा कि यदि सरकार ने इस फैसले को रद्द नहीं किया तो भाजपा इसका विरोध करेगी। उन्होंने इस फैसले के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। यह कानून और व्यवस्था की स्थिति के साथ खिलवाड़ है। अपराध, विशेषकर बेटियों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराध बढ़ेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास धीरे धीरे शराब की दुकानें बंद करने का था, लेकिन यह सरकार केवल राजस्व बढ़ाने के लायसेंस बांट रही है। शराब की दुकानों के साथ अहाते खोलने के लिए दिए जा रहे सरकारी तर्कां पर भी चौहान ने सवाल उठाए हैं।
चौहान ने साथ ही राज्य की कांग्रेस सरकार को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उसने मध्यप्रदेश दिवस मनाने की परंपरा को कायम रखा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश दिवस के कार्यक्रम में वे भी हिस्सा लेंगे और शौर्य स्मारक जाएंगे। उन्होंने कुपोषण संबंधी मामले में कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए केवल अंडा और मांस ही जरुरी नहीं है। और भी बहुत सी चीजों से इसे दूर किया जा सकता है। चौहान ने अन्य मामलों पर भी राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया। हालाकि यह भी कहा कि वे प्रदेश की प्रगति और विकास के कार्यों में राज्य सरकार के साथ हैं, लेकिन जनता के अहित में लिए गए हर फैसले का डटकर विरोध करेंगे।