भोपाल। लगभग समूचे मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच आज राजधानी भोपाल में भी दो साल बाद भदभदा बांध के दो गेट खोले गए। राजधानी भोपाल के बड़े तालाब की जलभराव क्षमता पूरी होने के चलते आज सुबह भदभदा बांध के दो गेट खोले गए। इसके पहले साल 2017 में इस बांध के गेट खोले गए थे। राजधानी भोपाल में हालांकि आज सुबह से रुक-रुक कर धूप खिल रही है और कल रात से बारिश भी बंद है। जबलपुर के बरगी बांध के भी 21 में से 15 गेट कल खोले गए।
इसके बाद रायसेन जिले में भी नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। रायसेन जिले में बारना नदी का पानी भी पुलिया से दो फीट ऊपर बह रहा था, जिससे रायसेन से सागर का सड़क मार्ग बाधित हो गया। रायसेन से भोपाल, जबलपुर और विदिशा मार्ग भी नदी नालों के उफान से अवरुद्ध है। बड़वानी जिले में सरदार सरोवर बांध के डूब में आने वाले 12 गांवों के 80 परिवारों को जिला प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान 220Þ 800 मीटर से 6 मीटर ऊपर 226 मीटर पर बह रही है, जिससे हथनूर बांध के सभी 41 गेट खोल दिए गए हैं। इस कारण गुजरात के सूरत जिला प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है। मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते जिला प्रशाासन ने समस्त सरकारी एवं निजी स्कूल में आज अवकाश घोषित किया है। झाबुआ में सभी नदी नाले में बाढ की स्थिति पैदा होने से आसपास के कई गांवों और शहरों का संपर्क टूट चुका है।
उज्जैन एवं आसपास के क्षेत्र में वर्षा की तीव्रता के मद्देनजर आज वहां भी जिला प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं मंदसौर में भी आज जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक प्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने के साथ द्रोणिका (मानसून ट्रफ) पश्चिम मध्यप्रदेश तथा जबलपुर से गुजर रहे हैं। इससे आज भी कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है। 11 या 12 अगस्त से वर्षा की गतिविधियों में कमी आ सकती है।