भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल संरक्षण को लेकर सरपंचों को लिखे पत्र को राजनीतिक हथकंडा बताते हुए कहा कि वे जिस गुजरात के विकास मॉडल की बात करते हैं, वहां आज भी कई इलाकों में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कई हिस्से बताए गए हैं, जहां पीने के लिए पानी नहीं है।
यह हालात पिछले कई वर्षों से गुजरात के कई हिस्सों में है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खुद कुआं खोद रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है। सिंह ने कहा कि 12 साल स्वयं प्रधानमंत्री गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और उसके बाद भी उनकी ही सरकार गुजरात में है। वे आज तक जल संरक्षण और पानी की उपलब्धता की दिशा में कुछ नहीं कर पाए।
सिंह ने कहा कि सरपंचों को जल संरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री द्वारा लिखे पत्र का इसलिए भी कोई मतलब नहीं है क्योंकि वे जून माह में जल संरक्षण के लिए खेतों की मेड़ बंधी, नदियों और धाराओं में चेक डेम का निर्माण, तट बंदी, तालाबों की खुदाई एवं सफाई की बात कह रहे हैं। ये काम वर्षा ऋतु के डेढ़-दो महिने पहले किए जाते हैं।