बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 80 साल की उम्र में एक साल की मेहनत के बाद पहाड़ का सीना चीरकर अपने लिये सड़क बना डाली और उन्हें बैतूल के माउंटेन मैन की नई पहचान मिली है।
80 साल के रामू यादव को अपने खेत तक जाने में पहाड़ को पार करना पड़ता था। सड़क नहीं होने से उन्हें और उनके कई साथियों को रोज परेशानी होती थी। कई बार सरकार से सड़क बनाने की मांग की गई। लेकिन सरकार से मदद नहीं मिली।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भले ही अमेरिका में कहा है कि मध्यप्रदेश की सड़कें अमेरिका से भी बेहतर हैं, लेकिन सीएम शायद ये नहीं जानते होंगे कि उन्हीं के प्रदेश में एक बुजुर्ग ने उनके दावों की पोल खोल दी और माउंटेन मैन बन गया।
बैतूल के चिचोली ब्लॉक में आने वाले एक पहाड़ी गाँव बालईमाल निवासी 80 साल के रामू यादव ने एक साल पहले सरकार से 2 किमी सड़क बनाने की मांग की थी। सड़क नहीं होने से रामू और कुछ दूसरे ग्रामीणों को रोजाना एक पहाड़ को पार करके खेत क जाना पड़ता था।
जब प्रशासन से इनकी समस्या नहीं सुनी तो रामू यादव ने अपनी पत्नी 75 वर्षीय बलिया बाई के साथ मिलकर कुदाली ,फावड़े से पहाड़ का सीना चीर डाला और एक साल की कड़ी मशक्कत के बाद 2 किमी सड़क बनाकर इतिहास रच दिया।
जिस पहाड़ को चीरकर रामू यादव ने 2 किमी सड़क बनाई वहां से कभी पैदल चलना भी मुश्किल था, लेकिन अब यहां से बैलगाड़ियां, ट्रैक्टर और जीप आसानी से निकल जाती है। गाँव के लोगों ने रामू यादव को माउंटेन मैन बताया है।