चेहरे की ब्यूटी निखारने के बाद जब बात लिप्स की आती है, तो उसे खूबसूरत बनाने का महिलाओं के पास केवल एक ही जरिया होता है और वह है लिप बाम और लिपस्टिक। मगर लिप्स के लिए इन दिनों एक थेरपी खासी ट्रेंड में है और वह है लिप मास्क थेरपी। इसे किस तरह किया जाता है और इससे लिप्स को किस तरह खूबसूरत बनाया जा सकता है, जानिए...
क्या है लिप मास्क थेरपी?
आमतौर पर महिलाएं लिप्स की खूबसूरती को निखारने के लिए लिपस्टिक का इस्तेमाल करती हैं। लिपस्टिक का लगातार इस्तेमाल करने से लिप्स की नैचरल ब्यूटी कम होती चली जाती है। उनकी नमी खत्म होती जाती है और वे अपना नैचरल कलर खोने लगते हैं। अगर आप भी गुजर रही हैं कुछ ऐसी ही प्रॉब्लम्स से, तो लिप मास्क थेरपी आएगी आपके खूब काम। इस थेरपी में ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपके खोई हुई लिप्स ब्यूटी को वापस लाने में खूब काम आता है।
सिलिकॉन बेस से तैयार
इस लिप मास्क में सिलिकॉन बेस का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कॉलेजन प्रोटीन, मिनिरल्स, हाइड्रेटिंग एजेंट, जोजोबा आॅइल वगैरह होता है, जो होठों पर लगाया जाता है। इसे तकरीबन 10 से 15 मिनट लगाए रखते हैं और फिर पील करके उतार दिया जाता है। यह बेस होंठों को नमी देने का काम तो करता ही है, साथ ही उन नर्व्स को मजबूत करता है जो होंठों को ब्लड सकुर्लेट करती है।
क्यों होती है जरूरत?
लिपस्टिक या लिप बाम में लेड पाया जाता है, जो होंठों पर कालापन व ड्राईनैस ले आता है। लगातार लगाते रहने से लिप्स क्रैक, ड्राई और काले हो जाते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए लिप मास्क खास काम आता है। ब्यूटीशियन के मुताबिक, इसे हफ्ते या फिर 15 दिन में एक बार करवा लेंगी, तो दो से तीन महीने में ही होंठों की नैचरल ब्यूटी वापस आ जाएगी।
स्किन टाइप के मुताबिक लगाएं लिप मास्क
आपके लिप्स की स्किन कैसी है, इसको ध्यान में रखते हुए आप लिप मास्क थेरपी करें। होठों के मुताबिक आपको लिप मास्क मिल जाएंगे। इसके लिए अगर आप एक बार ब्यूटीशियन से सलाह ले लें, तो आप सही तरह का लिप मास्क सिलेक्ट कर पाएंगी।
कैसे करता है काम?
यह लिप मास्क प्लेटिनम फिलर का काम करता है। बायोटीन होठों की त्वचा को एनर्जी देता है और विटमिन होठों के कालेपन को हल्का करते हैं। इसे कुछ देर तक होठों पर लगाने से यह सारे तत्व अपना-अपना काम करके होठों की खोई खूबसूरती लौटाते हैं। यह होंठों को मेकअप से आए साइड इफेक्ट्स से बचाता है। दरअसल, लिप्स में आॅयल ग्रंथियां नहीं होतीं, ऐसे में होठों को नमी के लिए बाहरी ट्रीटमेंट की जरूरत होती है और इसमें लिप मास्क बेहद काम आता है।