ब्राइड केमिकल ट्रीटमेंट्स से होने वाले नुकसान को देखते हुए इन्हें लेने के बजाय नेचुरल चीजों का इस्तेमाल कर रही हैं। पीलिंग, स्क्रबिंग, उबटन, स्पा, मसाज सभी में हर्बल को ही तवज्जो दे रही हैं।
गरिमा जोशी ने बताया मेरी स्किन सेंसिटिव है, इसलिए केमिकल उत्पादों का थोड़ा भी इस्तेमाल करने पर खराब होने लगती है। मैंने शादी से पहले सारा ट्रीटमेंट नेचुरल ही लिया, यहां तक की उबटन भी नेचुरल ही था। छह महीने पहले से ट्रीटमेंट लेना शुरू किया था, अब भी स्किन बहुत सॉफ्ट है, कोई टेनिंग नहीं है। स्मूथ भी है, साथ ही ग्लो भी कर रही है। जबकि केमिकल से लांग इफेक्ट नहीं होता।
हेयर स्पा- होममेड आॅइल से शोल्डर तक मसाज की जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है, साथ ही डेंड्रफ और ड्रायनेस खत्म होती है। इस तरह के स्पा में कोकोनट आॅइल, आंवला, कपूर आदि चीजें मिलाई जा रही हैं। स्टीम के बाद हेयर पैक में भी शहद, मैथीदाना, दही और भृंगराज का इस्तेमाल हो रहा है।
स्किन पर भी हर्बल इफेक्ट- पीलिंग के लिए दालों का इस्तेमाल हो रहा है। स्किन टाइप के अनुसार शहद, खीरा, ओरेंज, नीबू, टमाटर आदि का प्रयोग किया जा रहा है। स्किन पैक में स्प्राउट्स, दही और शहद के साथ पपीता भी लिया जा रहा है।
उबटन- टेनिंग हटाने और ग्लो के लिए बॉडी उबटन का यूज किया जा रहा है, इसमें भी रोस्टेड दालों का पावडर और तेल लिया जाता है।
काफी दिनों तक रहता है ग्लो
ब्यूटी एक्सपर्ट शोभा भैरवे ने बताया हर्बल ट्रीटमेंट से ग्लो काफी दिन तक रहता है, जबकि केमिकल प्रोडक्ट्स का ग्लो जल्द ही खत्म हो जाता है, साथ ही दूसरा फायदा है कि इससे स्किन को कोई नुकसान नहीं होता। हर स्किन के अनुसार अलग-अलग चीजें मिलाकर ट्रीटमेंट लिया जाता है, जबकि केमिकल में उतने वैरिएशन नहीं मिलते हैं।
सारे ट्रीटमेंट हों नेचुरल
ब्यूटी एक्सपर्ट आकृति रेवाल ने अब ब्राइड जागरूक हुई हैं, इसलिए वो केमिकल को ना कह चुकी हैं। स्किन को लेकर वो बहुत संवेदनशील हैं। वो नहीं चाहतीं की स्किन खराब हो, इसलिए वो डिमांड करती हैं कि सारे ट्रीटमेंट नेचुरल ही हों।