मसाज थैरेपी तनाव से मुक्ति पाने का सबसे पुराना और आयुर्वेदिक तरीका है। मसाज थैरेपी ना केवल आपका तनाव दूर करने में सक्षम है बल्कि यह आपकी थकान भी दूर करती है। तनाव और थकान से राहत पाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। मसाज आपको हर तरह के स्ट्रैस से छुटकारा दिलाती है। आइए जाने कुछ ऐसे मसाज के बारे में
आयुर्वेदिक मसाज
इस मसाज में जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक तेलों का प्रयोग किया जाता है। इसमें सामान्य तरीके से मसाज की जाती है जिससे आप रिलेक्स अनुभव कर सकें।
स्वीडिश मसाज
मसाज का यह सामान्य प्रकार है। इसमें कई तरह के प्राकृतिक तेलों का प्रयोग होता है। इसमें व्यक्ति के शरीर पर हाथ से ब्लड सकुर्लेशन की दिशा में दबाव दिया जाता है। हाथों को गोल-गोल घुमाया जाता है और मुक्की दी जाती है। इससे तनाव कम होता है और शरीर को आराम मिलता है।
थाई मसाज
थाई मसाज जो कि थाईलैंड की मसाज पद्धति है। यह पूरी तरह आयुर्वेदिक और योग आधारित भारतीय पद्धति है। लगभग 2500 वर्षों से इसे अपनाया जाता रहा है। इसमें यौगिक मुद्राओं की मदद से शरीर को खिंचाव दिया जाता है। एक्युप्रेशर और लयबद्ध तरीके से शरीर पर दबाव दिया जाता है। इससे शरीर और मन में सजगता आती है, लचीलापन बढ़ता है, ब्लड सकुर्लेशन नियमित होता है और शरीर को आराम मिलता है।
डीप टिश्यू मसाज
शरीर की अकड़न को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। शरीर के खास हिस्सों पर दबाव देकर थकान दूर की जाती है।
चम्पी
यह मसाज का पारंपरिक तरीका है। इसमें तेल से सिर की मालिश की जाती है। इससे सिरदर्द और तनाव से तुरंत छुटकारा मिलता है।