बहुत से लोग को पिम्पल होते हैं पर पिम्पल के वक़्त स्किन सामान्य हालत में होती हैं। आयल ग्लैंड बैक्टीरिया से प्रभावित होने से स्किन में सूजन आ जाती हैं और मवाद भर जाता हैं जिसे पिम्पल कहते हैं।
चेहरे, गर्दन, पीठ और कंधे जैसी जगह पर पिम्पल निकलते हैं। पिम्पल का होना कोई गंभीर स्थिति नहीं है लेकिन पिम्पल का ऐसी जगह पर दिखना जहाँ लोगों की नजर पड़ती हो जैसे चेहरा, गर्दन, लोगों को दुखी कर देता हैं।
पिम्पल के इलाज के लिए बाज़ार में बहुत से लोशन और मेडिसिन मिलते हैं लेकिन पिम्पल को ठीक करनें में समय लगता हैं। यहां हम कम समय में पिम्पल को ठीक करने के बहुत से प्राकृतिक तरीके बता रहें हैं जिससे पिम्पल का घरेलू इलाज किया जा सकता हैं।
बर्फ इस्तेमाल
बर्फ के इस्तेमाल से पिम्पल की लाली, सूजन और जलन से तुरन्त आराम मिलता है। बर्फ लगाने से प्रभावित हिस्से में खून के बहाव में सुधार करता है। एक कपड़े में बर्फ को लपेट लें। कुछ सेकंड तक पिम्पल की जगह पर रखें। फिर हटा लें। थोड़ी देर बाद फिर पिम्पल की जगह पर बर्फ रखें। इसी तरह कई बार करें।
नीबू का प्रयोग
नीबू का रस लगाने से पिम्पल से जल्द छुटकारा मिल जाता हैं। नीबू में विटामिन (C) अधिक मात्रा में होता है। नीबू का रस पिम्पल को जल्द सुखा देने में मदद करता है।
एक कटोरे में ताजा नीबू का रस निकाल लें। सोने से पहले , एक रूई का टुकड़ा नीबू के रस में डुबो कर पिम्पल पर लगाएं। एक कटोरे में एक चम्मच ताज़ा नीबू का रस और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिला कर फेट लें। फिर इस मिश्रण को पिम्पल पर लगा कर रातभर छोड़ दें। फिर सुबह गुनगुने पानी से स्किन को साफ कर लें।
चाय के पेड़ का तेल
मुंहासे और पिम्पल के इलाज के लिए चाय के पेड़ का तेल सबसे अच्छा होता हैं। चाय के पेड़ के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो उन बैक्टीरिया से लड़ते हैं जिनके कारण स्किन प्रॉब्लम होती हैं।
एक कटोरे में अवाश्यकतानुसार चाय के पेड़ का तेल निकाल लें। रूई का एक टुकड़ा इस तेल में डूबोकर पिम्पल पर चिपका दें। 15 से 20 मिनट के बाद अपने चेहरे को धो लें। एक कटोरे में कुछ बूंद चाय के पेड़ का तेल और एक चम्मच एलो वेरा जेल मिला लें। इस मिश्रण को अपने पिम्पल पर लगाकर 20 मिनट तक छोड़ दें। फिर स्किन को पानी से धो लें।
टूथपेस्ट
आप सुबह जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल अपने दांतों को साफ करने के लिए करते हैं उसी टूथपेस्ट का इस्तेमाल पिम्पल के इलाज के लिए कर सकते हैं। आप सफेद टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें न कि जेल टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। रात को सोने से पहले सफेद टूथपेस्ट को पिम्पल पर लगा लें। सुबह अपने चेहरे को पानी से धो लें। आप को पिम्पल की सूजन में सुधार दिखेगा।
भाप का इस्तेमाल
किसी भी समय भाप लेना स्किन के लिए फायदेमंद हैं। खास करके पिम्पल में फायदेमंद हैं। भाप लेने से आप की स्किन के छेद खुल जाते हैं और आप की स्किन सांस लेने लगती हैं। भाप स्किन के छेद से तेल , धूल और बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता हैं जो इन्फेक्शन के कारण हैं। एक बड़े से बर्तन में गर्म पानी लें। इससे निकलने वाली भाप के सामने अपने चेहरे को कुछ मिनट तक रखें। उसके बाद अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। फिर आयल फ्री मोइस्च्राइजर अपने चेहरे पर लगा लें।
लहसुन
लहसुन एक एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट एजेंट हैं जो पिम्पल में तुरंत फायदा करता हैं। लहसुन में सल्फर होता हैं जो पिम्पल का जल्द इलाज करता हैं। एक ताज़ा लहसुन लें। लहसुन के दानों को दो टुकड़ो में कर लें। इस लहसुन के टुकड़ो को पिम्पल पर रगड़ कर 5 मिनट तक छोड़ दें। फिर स्किन को गुनगुने पानी से धो लें। इस तरीके को दिन में कई बार करें।
शहद का प्रयोग
शहद एक एंटीबायोटिक हैं जो इन्फेक्शन का तेजी से इलाज करता हैं। एक कटोरे में थोड़ी सा शहद लें। रूई का एक टुकड़ा लेकर शहद में भिगोकर पिम्पल की जगह पर चिपका दें। इसी तरह आधे घंटे तक छोड़ दें। अपनी स्किन को गुनगुने पानी से धो लें। इस तरीके को दिन में कई बार करें।
पपीते का प्रयोग
पपीते में कई गुण होते हैं जो पिम्पल के इलाज में फायदा करते हैं। पपीते में एंटीऑक्सीडेंट विटामिन 'A' और एंजाइम होते हैं। एंजाइम स्किन की जलन को कम करते हैं और स्किन को कोमल और मुलायम बनाते हैं।