नई दिल्ली। पहला इंडिया ओपन सुपर सीरीज खिताब जीतने के बाद राहत महसूस कर रही बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने आज कहा कि उसके दिमाग से बड़ा बोझ उतर गया है, क्योंकि यह टूर्नामेंट वह कभी नहीं जीत सकी थी।
साइना ने जीत के बाद कहा, मुझे लगता है कि मेरे दिमाग से भारी बोझ उतर गया। पिछले चार साल से मैं प्री क्वार्टर या क्वार्टर फाइनल में हार रही थी। पहली बार मैं फाइनल में पहुंची और जीती। इस टूर्नामेंट में मेरे लिए कई सरप्राइज थे। नंबर वन की रैंकिंग और खिताब। मुझे खुद पर गर्व है। मैने कभी सोचा नहीं था कि इतने संघर्ष के बाद यह दिन भी आएगा। यह मेरे कैरियर का सर्वश्रेष्ठ दौर है।
साइना ने कहा, मुझे लगता है कि मेरा प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है। मैं पिछले दो महीने में तीन फाइनल में पहुंची और यह आसान नहीं था। भविष्य के बारे में पूछने पर साइना ने कहा, खिताब से मेरी भूख जग जाती है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में अधिक से अधिक खिताब जीत सकूंगी। चोटरहित और फिट रहूंगी।
फाइनल के बारे में साइना ने कहा, यह कठिन मैच था। रेत्चानोक हमेशा मुझे कड़ी चुनौती देती है। पिछली बार मैने उसके खिलाफ एशियाड में खेला था और वह काफी लंबा मुकाबला था। जब आप उसके स्ट्रोक्स भांप लेते हैं, तो वह तनाव में आ जाती है। उसके खेल में हालांकि काफी सुधार आया है और वह अच्छा खेल रही है। फाइनल अच्छा था और बड़ी संख्या में दर्शकों को देखकर अच्छा लगा।