नई दिल्ली। भारत की सबसे अनुभवी युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने अब तक खुद को महिला युगल खेलने तक ही सीमित कर दिया था लेकिन अब उन्होंने मिश्रित वर्ग में भी वापसी का फैसला किया है। ज्वाला जब मिश्रित युगल में वी दीजू के साथ खेलती थीं तो उन्होंने देश के लिए काफी खिताब जीते। उन्होंने कहा कि वह अब फिर से मई में उबेर कप के बाद मिश्रित युगल में खेलना शुरू कर देंगी।
ज्वाला ने कहा, न्यूजीलैंड ओपन में, मैंने अश्विनी (पोनप्पा) को मिश्रित युगल में खेलते देखा और मैं अचानक ही इसकी कमी महसूस करने लगी। मुझे उन खिताब की याद आ गई जो मैंने वी दीजू के साथ जीते थे। अब मुझे मिश्रित युगल में कोई खिताब देखने को नहीं मिलते। मैंने थाॅमस और उबेर कप के बाद मिश्रित युगल खेलना शुरू करने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, मैं अपने कोच टिम हर के साथ इसकी चर्चा करूंगी और जोड़ीदार का चयन करूंगी। मैंने अभी तक फैसला नहीं किया है। लेकिन मैं अप्रैल के बाद निश्चित रूप से मिश्रित युगल में खेलना शुरू कर दूंगी। ज्वाला और दीजू दुनिया के सातवें नंबर पर पहुंचे थे, यह जोड़ी चीनी ताइपे में ग्रां प्री गोल्ड खिताब जीतने वाली पहली भारतीय मिश्रित युगल जोड़ी थी। उन्होंने जर्मनी में बिट्सबर्गर ओपन चैम्पियनशिप भी जीती थी।
दोनों दिसंबर 2009 में जोहोर बाहरू में विश्व सुपर सीरीज मास्टर्स के फाइनल में पहुंचे थे, इसके अलावा उन्होंने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक भी जीता था। ज्वाला और दीजू लंदन ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। बल्कि जब से ज्वाला ने 2012 ओलंपिक के बाद मिश्रित युगल से खेलना बंद किया है, कोई अन्य भारतीय जोड़ी शीर्ष 25 में भी नहीं पहुंच पाई है।