मुंबई। राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि रियो ओलंपिक खेलों से पहले खिलाड़ियों को कुछ चोटी के टूर्नामेंटों में खुद का मूल्यांकन का मौका मिलेगा।
गोपीचंद ने कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन (रियो खेलों के लिये) में भी अभी कुछ समय है। पहला वास्तविक बेंचमार्क क्वालीफिकेशन होगा।
लेकिन इसके अलावा इंडिया ओपन (दिल्ली में), ग्रां प्री गोल्ड (लखनऊ में), थामस और उबेर कप, एशियाई चैंपियनशिप और आल इंग्लैंड है। ये सभी बड़ी प्रतियोगिताएं हैं और इनसे हमें खुद को परखने का मौका मिलेगा।’’
रियो ओलंपिक की बैडमिंटन प्रतियोगिता के लिये क्वालीफाईंग की समयसीमा मई 2016 के प्रथम सप्ताह तक है।
गोपीचंद ने उम्मीद जतायी कि अधिक खिलाड़ी ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करेंगे और इस बार अधिक पदक जीतने में सफल रहेंगे। लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल ने महिला एकल में कांस्य पदक जीता था।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी ने कहा और किया, मेरा मानना है कि हमने जो पदक जीता वह व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिये भारतीय बैडमिंटन में बहुत बड़ा पल था। इससे बेहतर प्रदर्शन शानदार होगा।
यही नहीं बड़े दल से हमारी पदक जीतने की संभावना बढ़ेगी क्योंकि मेरा मानना है कि हमारे जो खिलाड़ी क्वालीफाई करेंगे उनकी पदक जीतने की अच्छी संभावना रहेगी।’’