नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन और 2014 के जर्मन ओपन विजेता अरविंद भट ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन से संन्यास ले लिया है। वह हैदराबाद की अकादमी में कोचिंग पर ध्यान देंगे।
सात साल में चार बार फाइनल में पहुंचने के बाद 2008 में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का खिताब जीतने वाले अरविंद ने कहा, ‘‘मैं अब प्रतिस्पर्धी बैडमिंंटन में हिस्सा नहीं लूंगा। मैं पिछले छह महीने से इस फैसले पर विचार कर रहा था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस शानदार यात्रा के लिए मुझे कई लोगों को धन्यवाद देना है। परिवार और मित्रों के साथ अच्छा समय बिताना प्राथमिकता है और बेशक मेरा अगला कदम कोचिंग देना होगा।’’ वर्ष 2011 में दूसरी बार राष्ट्रीय चैम्पियन बने 36 साल के अरविंद को 2002 में भारतीय टीम में चुना गया। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वह सात बार प्रतिष्ठित थामस कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में भी हिस्सा लिया।
अपने 13 साल लंबे करियर के दौरान अरविंद जर्मनी के क्लबों की ओर से भी खेले और पिछले 12 साल से वह प्रत्येक साल तीन से पांच महीने यूरोप में बिताते हैं। वाइट पीकाक बैडमिंटन अकादमी के सलाहकार अरविंद को मुख्य भारतीय कोच पुलेला गोपीचंद के मार्गदर्शन में कोचिंग के कुछ मौके भी मिले। वह डच ओपन, डेनमार्क ओपन और फ्रेंच ओपन के लिए भारतीय टीम के साथ भी गए थे।