लंदन। सानिया मिर्जा और मार्टिना हिंगिस की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी ने अपना उत्कृष्ट खेल जारी रखते हुए यहां एकतरफा जीत दर्ज करके विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल के फाइनल में प्रवेश किया। भारतीय स्टार सानिया और स्विस तारिका हिंगिस ने सेमीफाइनल में राकेल कोप्स जोन्स और अबीगेल स्पीयर्स की पांचवीं वरीयता प्राप्त अमेरिकी जोड़ी को केवल 56 मिनट 6-1, 6-2 से करारी शिकस्त दी।
सानिया के पास इस तरह से पहली बार महिला युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने का मौका है। वह विंबलडन के फाइनल में भी पहली बार पहुंची हैं। इससे पहले वह 2011 में महिला युगल के सेमीफाइनल में हार गई थी। सानिया ने अपने करियर में केवल दूसरी बार महिला युगल ग्रैंडस्लैम फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले वह 2011 में अपनी रूसी जोड़ीदार इलेना वेसनिना के साथ फ्रेंच ओपन में उप विजेता रही थी। उन्हें आंद्रिया हाल्वाचकोवा और लूसी हाड्रेका की चेक गणराज्य की जोड़ी ने हरा दिया था।
सानिया ने तीन बार मिश्रित युगल के खिताब जीते हैं। उन्होंने हमवतन महेश भूपति के साथ मिलकर 2009 में आस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन तथा पिछले साल ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ यूएस ओपन का खिताब जीता था। सानिया और हिंगिस मैच में शुरू से ही हावी हो गई और उन्होंने दूसरे गेम में ही अमेरिकी जोड़ी की सर्विस तोड़ दी। इस सेट में उन्हें चार बार ब्रेक प्वाइंट का मौका मिला जिसमें से दो बार वे सफल रही।