नई दिल्ली। भारतीय कार बाजार को कई बड़ी कंपनियां ई-वाहनों को लेकर बड़े बाजार के रूप में देख रही है। भारत सरकार भी देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर जोर दे रही है। लेकिन इस बीच दिग्गज कार निमार्ता कंपनी फॉक्सवैगन ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत अभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर फॉक्सवैगन का कहना है कि भारत को स्पष्ट करना होगा कि उसे कौन सी तकनीक चाहिए। कंपनी के भारतीय परिचालन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एंड्रियास लौयरमन ने कहा, 'मेरा मानना है कि सरकार का इसे (इलेक्ट्रिक वाहन) अपने एजेंडा में रखना एक अच्छा कदम है। यह भारत के लिए एक बेहद आवश्यक है। उनसे भारत में कंपनी की इलेक्ट्रिक वाहन योजनाओं को लेकर सवाल किया गया था। भारत में कई बड़ी कंपनियों ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर काम शुरू कर दिया है, जिस तरह से देश में (शहरों में) प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है, उस लिहाज से इलेक्ट्रिक वाहन आने ही चाहिए, लेकिन इसके लिए सरकार को तेजी से काम करना होगा, बेसिक बातों पर ज्यादा ध्यान देना होगा, चार्जिंग पॉइंट्स का एक बड़ा नेटवर्क देश की बड़ी जरूरत होगी, साथ ही जो बैट्री खराब होंगी उनके रिसाइकिलिंग के बारे में भी सोचना होगा। फॉक्सवैगन के इस बयान से सरकार की उम्मीदों को झटका जरूर लगा होगा। अब देखना यह है कि इस दिशा में सरकार क्या कदम उठाती है।