मुबंई। अगर आईफोन की खासियतों की वजह से आप उसे बनाने वाली कंपनी ऐपल इंक के मुरीद हैं तो खुश हो जाइए क्योंकि कंपनी 'आई-कार' में आपकी सवारी का इंतजाम भी कर रही है। दरअसल ऐपल एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर चुपचाप काम कर रही है, जिसके तहत वह 2020 में बिजली से चलने वाला यानी इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर उतार सकती है।
ब्लूमबर्ग ने इस योजना की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया है कि कार बनाने का तजुर्बा नहीं होने के बावजूद ऐपल अनूठी डिजिटल कार पर काम कर रही है। इसके लिए कंपनी ने करीब 200 लोगों की एक टीम बनाई है, जो इस अनूठी कार को तैयार करने का सपना साकार करेंगे। वैसे सूत्रों ने यह भी बताया कि यदि ऐपल के अधिकारी इस परियोजना के किसी भी चरण में असंतुष्ट हो गए तो योजना को खत्म किया जा सकता है अथवा कुछ अरसे के लिए टाला जा सकता है।
हालांकि इलेक्ट्रिक कार के बिजनस में उतरना ऐपल के लिए आसान भी नहीं होगा। दरअसल अभी तक इलेक्ट्रिक कार का बिजनस बहुत फायदेमंद साबित नहीं हुआ है। जहां तक इसके गैजट्स का सवाल है, तो वह काफी कम लागत पर चीनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में निर्मित होते हैं। ऐपल गैजट इंडस्ट्री का एक मजबूत खिलाड़ी है, जबकि 'प्रॉजेक्ट टाइटन' के साथ वह बिल्कुल ही अनजान बिजनस में कूद रहा है।
ऐपल के साथ सबसे बड़ा अडवांटेज उसका कई कार कंपनियों से भी अमीर होना है। ब्लूमबर्ग के अनुसार ऐपल के पास कुल 178 बिलियन डॉलर कैश है, जो कि फॉक्सवैगन के कैश का छह गुना और जनरल मोटर्स के कैश का सात गुना है। लेकिन ऐपल आईकार का सफर आसान नहीं होगा, क्योंकि उसे निसान, होंडा और टोयोटा जैसे स्थापित हाइब्रिड कार निर्माताओं से भी टक्कर लेनी होगी।