मुंबई। हीरो मोटोकॉर्प के संस्थापक और दोपहिया वाहन उद्योग के बेताज बादशाह बृजमोहन लाल मुंजाल का संक्षिप्त बीमारी के कारण रविवार शाम दिल्ली में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। मुंजाल के परिवार में तीन बेटे और एक बेटी हैं।
पारिवारिक सूत्रों ने मीडिया को बताया कि मुंजाल ने दक्षिण दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज किया जाएगा। इसी वर्ष शुरू में मुंजाल चार अरब डाॅलर से अधिक के इस समूह से सक्रिय भूमिका से हट गए थे और अवकाशप्राप्त अध्यक्ष बन गए थे। वह गैर कार्यकारी सदस्य के रूप में कंपनी के बोर्ड में थे।
औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में अस्तित्व में आए हीरोग्रुप ने 1940 के दशक के प्रारंभ में ही चार भाइयों द्वारा साइकिल निर्माता के रूप में अपनी गतिविधियां प्रारंभ की थी। मुंजाल का जन्म 1923 में वर्तमान पाकिस्तान के कमालिया में हुआ था। भारत की आजादी के बाद मुंजाल बंधुओं ने लुधियाना में साइकिल उपकरण बनाने का छोटा सा कारोबार शुरू किया और बाद में देश में सबसे बड़े कारोबारी ग्रुपों में से एक बने। मुंजाल की अगुवाई में हीरो समूह कई मामलों में प्रथम रहा।
हीरो ग्रुप लगातार 14वें साल दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी है। वर्ष 1986 से समूह की एक और कंपनी हीरो साइकिल साइकिलों की सर्वाधिक निर्माता कंपनी है। 2005 में मुंजाल पद्म भूषण से सम्मानित किए गए थे। वे रीजनल बोर्ड ऑफ़ रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा वे भारत सरकार की CII,AICMA जैसी संस्थाओं के भी सदस्य थे।