नई दिल्ली। ऑनलाइन टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला कैब्स ने व्यापार को और बढ़ाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत 5000 करोड़ के निवेश की तैयारी है। स्कीम के तहत कंपनी ने कार खरीदकर जरूरतमंद ड्राइवर्स को लीज पर देने का मन बनाया है।
कार लेने के लिए ड्राइवर्स को 25 से 30 हजार रुपए डाउनपेमेंट के तौर पर देना होगा और इसके बाद हर महीने किस्त के तौर पर 15000 रुपए देने होंगे। इसके बाद तीन साल के समय में गाड़ी ड्राइवर्स के नाम पर ट्रांसफर करने की भी स्कीम है।
इसके साथ ही ओला ने ड्राइवर्स को मासिक सब्सक्रिप्शन फीस देने के साथ ही हर राइड पर कमीशन देंने का भी फैसला किया है। स्कीम से जुड़ने के बाद ड्राइवर्स सिर्फ ओला से जुड़ रह सकेंगे। ओला का यह कदम उससे जुड़ने वाले ड्राइवर्स को प्रतिद्वंद्वी कंपनियां उबर और मेरु से जुड़ने से रोक देगा।
कंपनी ने फिलहाल यह स्कीम पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में शुरू की है फिलहाल 1,000 से अधिक गाड़ियां लीज पर ली गई हैं। इसमें ज्यादातर गाड़ियां मारुति सुजुकी इंडिया की हैं।
कंपनी का टारगेट साल 2016 के अंत तक एक लाख ड्राइवर्स को जोड़ने का है। ओला और उबर दोनों ही कंपनियों को अपने मोबाइल ऐप के सहारे ड्राइवर्स को अपने साथ जोड़े रखने में दिक्कत आ रही है।
ओला के साथ जुड़े हुए कई ड्राइवर्स उबर के लिए भी काम करते हैं। वहीं, कई बार मामला उल्टा भी रहता है। ओला की ये मुहीम इन ड्राइवर्स को सिर्फ अपने साथ जोड़े रखने की है।