नई दिल्ली। वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने पर सरकार द्वारा दिये जा रहे जोर का असर पर निजी टूर ऑपरेटरों पर भी होने लगा है और वे अपने बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहन शामिल करने लगे। यात्री परिवहन क्षेत्र में 50 वर्षों से कार्यरत ट्रेवेल कंपनी विजय ट्रेवेल्स के निदेशक विस्तृत भाटिया ने यहां कहा कि उन्होंने स्वयं इलेक्ट्रिक वाहन का करीब तीन महीने तक उपयोग करने के बाद अपने ग्राहकों के लिए इसे कंपनी के वाहनों के बेड़े में शामिल करना शुरू किया है। अभी उनकी कंपनी के पास पांच इलेक्ट्रिक वाहन है और इसमें बढोतरी करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश ग्राहक उनकी कंपनी के साथ दीर्घकालिक करार वाले हैं इसलिए पहले उन्हें इलेक्ट्रिक वाहन से होने वाले लाभ के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही छोटे इलेक्ट्रिक यात्री वाहन के साथ ही इलेक्ट्रिक बस को भी बेड़े में शामिल करने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही राज्य परिवहन निगमों के साथ मिलकर भी इस तरह की बसें संचालित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए उनकी कंपनी ने योजनायें तैयार की है।
उन्होंने कहा कि यात्री परिवहन से जुड़ा ट्रेवल कारोबार पर आर्थिक सुस्ती का अधिक असर नहीं है। उनकी कंपनी का कारोबार अभी भी 15 फीसदी वार्षिक की दर से बढ़ रहा है और नये ग्राहक भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुस्ती से माल ढुलाई कारोबार पर असर पड़ा होगा लेकिन उनको इस संबंध में जानकारी नहीं है। अभी उनकी कंपनी के पास 750 यात्री वाहन और 100 से अधिक बसें शामिल हैं। कंपनी के ग्राहकों में रिलायंस ग्रुप, टाटा ग्रुप, नॉर्थर्न रेल बेस, नार्थ दिल्ली पावर लिमिटेड, राइट्स लिमिटेड, दिल्ली मेट्रो, भारतीय तटरक्षक, कोनकोर, इरकॉन, डॉयल, एयर इंडिया, विदेश मंत्रालय आदि शामिल है।