मुंबई। भारत में कावासाकी जेड-250 बाइक को बंद कर दिया गया है। कंपनी ने ये कदम तब उठाया जब उन्हें महसूस हुआ कि बाजार में इस बाइक की डिमांड काफी कम हो गई है। जापानी कंपनी कावासाकी ने जेड-250 को भारत में निंजा-250 और निंजा-300 के विकल्प के रूप में उतारा था। साथ ही इसे लॉन्च कर कंपनी 250 सीसी सेगमेंट में अपनी पहुंच मजबूत करना चाहती थी। हालांकि निंजा के दोनों वैरियंट से इसकी कीमत कम होने के बावजूद यह ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर पाने में विफल रही है।
अगर एसआईएएम के आकड़ो पर नजर डाले तो वित्तीय वर्ष 2017-18 में इसकी ड्युल सिलेंडर की 38 खराब यूनिट को वापस लिया गया है, वही वित्तीय वर्ष 2018-19 में भी 2 यूनिट कंपनी के पास वापस आ गई है। जिससे यह साफ है कि ग्राहकों को कावासाकी के जे250 में कोई खास दिलचस्पी नहीं है।
हालांकि कंपनी ने 2019 में अब तक जेड-250 का कोई भी वैरियंट लॉन्च नहीं किया है। साथ ही इसकी खराब बिक्री को देखते हुए कावासाकी ने अपने वेबसाइट से भी इसकी लिस्टिंग को हटा दिया है। अगर देखा जाए तो जेड-250 का लॉन्च कोई जरूरी नहीं था, खासकर तब जब भारतीय बाजार में निंजा-300 अपनी जगह बना चुकी थी। जिसकी एक्स शो-रूम कीमत 2.98 लाख रुपए रखी गई है।
वही कावासाकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जेड-300 और जेड-400 की बिक्री कर रही है। इसकी बिक्री भी सिगल सिलेंडर वर्जन के साथ बराबर की दक्षता पर होती है और इसकी ब्रांडिग एसएल लाइनअप के रूप में की जाती है। कावासाकी अपने इन सभी मोटरसाइकल को एक साथ भारत में लॉन्च कर सकती है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे इस चीज को लेकर कितना संजीदा है और उन्होंने अपने वित्त वर्ष के बिक्री का क्या लक्ष्य रखा है।
कावासाकी जेड- 250 11,000 आरपीएम पर 32 बीएचपी की पावर और 10,000 आरपीएम पर 21 एनएम का टॉर्क उत्पन करती है। इसमें 249 सीसी का पैरेलल ट्विन लिक्विड कूल्ड डीओएचसी इंजन लगा है। अगर देखा जाएं तो कावासाकी जेड-250 को बंद करने का निर्णय ठीक है। क्योंकि ऐसी कोई भी संपत्ति जो ब्रांड के लिए अच्छा प्रर्दशन नहीं कर रहा हो, उसे बाजार से वापस ले लेना ही उचित होता है।