मुंबई। किया मोटर्स ने भारत में अपनी पहली कार के रूप में सेल्टोस एसयूवी को पेश कर दिया है। इस कार को ग्लोबल स्तर पर पहली बार पेश किया गया है। इसे खासतौर पर भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। हाल ही में कंपनी ने किया सेल्टोस का नया टीजर जारी किया था जिसमें इसके डिजाइन का खुलासा हुआ था। कंपनी अपनी पहली कार भारत की सबसे प्रतिस्पर्धी सेगमेंट में एक में उतारने जा रही है। यह एक 5 सीटर मिड साइज एसयूवी है जिसे आने वाले महीनों में लॉन्च किया जाएगा।
यह कार किया मोटर्स की SP कांसेप्ट पर आधारित है जिसे 2018 ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। किया सेल्टोस की डिजाइन की बात करें तो इसके सामने हिस्से में कंपनी के सिग्नेचर ग्रिल व एलईडी हेडलैंप लगाए गए है तथा बोनट पर क्रीज दिए गए है जो इसे स्पोर्टी लुक देते है। देश में लगातार प्रदुषण बढ़ता जा रहा है और सरकार इसके लिए कई तरह के कदम भी उठा रही है। लेकिन दैनिक जीवन में बढ़ती उपयोगिता को भी नकारा नहीं जा सकता है और इसके विकल्प के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों को लाया जा रहा है।
सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के चलान को बढ़ावा देने के लिए कई रूप से लोगों को जागरूक कर रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदी पर प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध कर रही है तथा उसके लिए फेम II स्कीम को लाया गया है। इस स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहन की खरीदी पर उसकी कीमत में छूट का लाभ लिया जा सकता है। इस तरह के कई योजनाएं भविष्य में सरकार द्वारा और लायी जा सकती है। लेकिन साथ ही सरकार कड़े कदम उठाने से भी नहीं चूक रही है। कहा जा रहा है कि देश में 2025 के बाद सिर्फ इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों की बिक्री होगी। सरकार 150cc से कम क्षमता वालों बाइक व स्कूटर को सिर्फ इलेक्ट्रिक इंजन के साथ बेचना अनिवार्य कर सकती है तथा सामान्य इंजन पर बैन लगा सकती है।
उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल 2023 से सिर्फ इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहन को बेचा जाना अनिवार्य कर दिया जायेगा व अन्य इंजन पर रोक लगा दी जायेगी। सरकार ने इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों की खरीदी पर भी छूट दे रखी है। सरकार देश में अप्रैल 2020 से BS-VI उत्सर्जन नियम को लागू करने जा रही है। इसलिए सभी वाहन निर्माता कंपनिया अपने वाहनों को नए नियमों के अनुसार BS-VI अनुसरित इंजन के साथ उतार रही है ताकि भविष्य में जाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
1 अप्रैल 2020 से BS-VI नियम का पालन ना करने वाले वाहनों की बिक्री पर रोक लगा दी जायेगी। हालांकि डीजल इंजन को इस नियम के अनुसार तैयार करने में काफी लगता आती है इसलिए मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों ने छोटी डीजल इंजन को बंद करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही आगामी सालों में पेट्रोल व डीजल इंजन वाहन रजिस्ट्रेशन चार्ज भी बढ़ सकता है। इससे वाहनों की कुल लागत में फर्क आएगा तथा वाहन महंगे हो सकते है। वर्तमान में भारतीय कार बाजार की हालत खराब चल रही है।
सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की अनिवार्यता को लागू करने से पहले इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है तथा इसके लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। हालांकि सरकार वाहन कंपनियों को इसमें कोई छूट नहीं देंगी लेकिन ग्राहकों को इसके लिए सब्सिडी दी जा रही है। भारत में कई नई कंपनिया इलेक्ट्रिक स्कूटर व बाइक बाजार में ला रही है तथा धीरे धीरे इन वाहनों को भी बढ़ावा मिल रहा है है और यह भारत में अपनी पकड़ बना रही है। हाल ही में एथर, एवान मोटर्स जैसी कंपनिया भारत में इस क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।