1. जिस व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा सीधी हो तो वह व्यवहारिक एवं नियमबद्ध होता है। ऐसा व्यक्ति एक सफल व्यापारी होता है।
2. जब किसी व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा से अलग हटकर प्रारम्भ हो है तो यह रेखा आत्मविश्वास, चिंतन की अपेक्षा कर्म में विश्वास, शक्तिशाली गुण, अधीरता एवं संबंधित व्यक्ति में अस्थिर स्वभाव की प्रवृत्ति होने का संकेत करती है।
यदि किसी व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा जब छोटे से शूल के आकार में समाप्त हो रही हो तो ऐसे व्यक्ति की लेखन कार्यों में रुचि होती है।
जिस व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा झुकी हुई होती है, उस व्यक्ति का मस्तिष्क कलात्मक, रचनात्मक एवं शोधपूर्ण गुणों से परिपूर्ण होता है। ऐसा व्यक्ति साहसिक कार्यों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से करने की समझ रखता है।(इस आलेख की जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।