वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ घर में वास्तु दोष होने से घर की शांति भंग हो जाती है। वहीं आपको घर में पैसों से जुड़ी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। वास्तुशास्त्र में ऐसी कई चीजें बताई गई है जिसे करने से घर का वास्तु दोष खत्म हो जाता है। ऐसे ही कहा जाता है कि घर में मौजूद सीढ़ियां भी वास्तु दोष का कारण हो सकती है।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार सीढ़ियों का निर्माण उत्तर से दक्षिण की ओर व पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर करवाना चाहिए। इससे घर वास्तु दोष से मुक्त होता है।
- कहा जाता है कि सीढ़ी के लिए दक्षिण पश्चिम दिशा उत्तम होती है। इस दिशा में सीढ़ी होने पर घर प्रगति ओर अग्रसर रहता है।
- वहीं वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व कोने में सीढ़ियों का निर्माण नहीं करना चाहिए। इससे आर्थिक नुकसान, स्वास्थ्य की हानि, नौकरी एवं व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- दक्षिण पूर्व में सीढ़ियों का होना भी वास्तु के अनुसार नुकसानदेय होता है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य उतार-चढ़ाव बना रहता है।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार सीढ़ी के नीचे जूते-चप्पल एवं घर का बेकार सामान नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि इससे घर में भारी नुकसान होता है।
घर में बरकत लाता है ये चमत्कारी रत्न
सुलेमानी हकीक को चमत्कारी रत्न कहा जाता है। यह रत्न एक ऐसा रत्न है जो तीन ग्रहों शनि, राहु और केतु के दोष दूर करता है। इसके अतिरिक्त ये आपको बुरी नजर से भी बचाता है। वहीं आपके व्यवसाय और नोकरी में आ रही अड़चने भी दूर करता है।
अगर आपके घर में बरकत नहीं हो रही हो तो भी आप सुलेमानी हकीक रत्न पहन सकते है ।
इस को धारण करने का तरीका
आप शनिवार के दिन मध्यमा उंगली में धारण कर सकते है। इसे आपको गोमूत्र से धो कर पहनना चाहिए। अगर आप चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहते है तो सीधे हाथ में धारण करें। वहीं इसे आप चांदी के लॉकेट में भी गले में धारण कर सकते है।