धार्मिक ग्रंथों में होलिका दहन को हम होलिका दीपक और छोटी होली के नाम से भी जानते है। इस दिन पूजा करने का भी अलग मुहूर्त होता है। इस दिन घर में सुख-शांति, समृद्धि, संतान प्राप्ति आदि के लिए महिलाएं पूजा करती हैं। होलिका दहन के लिए लगभग एक महीने पहले से तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं। इसके लिए कांटेदार झाड़ियों या लकड़ियों को इकट्ठा किया जाता है फिर होली वाले दिन शुभ मुहूर्त में होलिका का दहन किया जाता है।
इस साल होली पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 26 मिनट से 44 मिनट है। फिर 10 बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक है। वहीं अंकगणना के अनुसार सूर्य व बुद्ध की स्थिति बनेगी जो अति उत्तम फल प्रदान करेगी।
- होली के दिन आप मां भगवती को पैरावनी दें यानी साड़ी, सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी मंदिर में मां भगवती को अर्पित करे। जो यह नहीं कर सकते वो 167 रुपए का दान मंदिर में कर सकते है।
- होली के दिन सात सिक्के लाल कपड़े में बांधकर भगवान को अर्पित करें।
- होली या होली के एक दिन पहले भी मां दुर्गा का 5वां अध्याय दुर्गा कवच या दुर्गा स्त्रोत का पाठ करें।
- होली के दिन बगलामुखी, काली मां का पूजन करें।