शनि ग्रह कुछ समय मे ही किसी को भी राजा को किसी को भी रंक बना देता है। भाग्य को अचानक बदलने में शनि सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही रूप में सशक्त भूमिका निभाता है। शनि ग्रह के बुरे प्रभाव और पीड़ा शांत करने व अच्छा प्रभाव बढ़ाने के लिए नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है। नीलम रत्न जीवन मे सही समय पर धारण करने से निर्धन को भी राजा बनाता है। राजनीति में नीलम की अहम भूमिका है।
नीलम धारण से पराजय विजय में बदल सकती है। जन्मपत्री मे शनि गृह किसी मुख्य भाव का कारक व शुभ है , तो नीलम धारण करना चाहिए, नीलम रत्न को पहनने से मन में उत्साह व शांति मिलती है , और आपका दिमाग शांत होकर अच्छे निर्णय लेता है। नीलम रत्न से नेत्र रोग, उल्टी, हिचकी, पागलपन, दमा, खांसी, अजीर्ण, ज्वर, जोड़ों के रोगों में लाभ मिलता है।
रासायनिक विज्ञानं के अनुशार नीलम रत्न में एल्युमिनियम आॅक्साइड और क्रोमियम होता है। यह व्यक्ति के दिमाग को तेज करने में मदद करता है और व कोई भी निर्णय काफी सोचविचार के लेता है। सही समय पर सही रत्न धारण करने से जीवन मे काफी लाभ होता है लेकिन गलत रत्न धारण करने से जीवन मे विपत्ति बढ़ जाती है। इसलिए रत्नों को विशेषज्ञ के परामर्श से ही पहनना चाहिए।