इंदौर। इस वर्ष दो जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए करीब एक माह से पंजीयन जारी हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं, आतंकी घटनाओं को देखते हुए श्रद्धालुओं में उत्साह कम नजर आ रहा है। इस बार पंजीयन के लिए जम्मू-कश्मीर बैंक में साढ़े आठ हजार फॉर्म आए हैं, लेकिन अभी तक केवल ढाई हजार ही बंटे हैं।
इस बार दोगुना फॉर्म आए
जम्मू-कश्मीर बैंक की न्यू पलासिया स्थित शाखा प्रबंधक अनिल शर्मा के अनुसार इस बार बैंक के पास पहलगाम और बालटाल वाले यात्रा मार्ग के साढ़े आठ हजार पंजीयन फॉर्म आए हैं, जबकि पिछले वर्ष लगभग 4 हजार फॉर्म ही मिले थे। वहीं दो मार्च से बैंक से फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर रुझान कम नजर आ रहा है। सोमवार तक यात्रा के पहलगाम वाले मार्ग के लिए 1934 और बालटाल मार्ग के लिए 620 फॉर्म दिए जा चुके हैं। फॉर्म की कीमत 50 रुपए है। इस बार मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स को अधिकृत किया गया है, तो यात्रा के लिए 13 से कम और 75 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को अनुमति नहीं है।
इसके अलावा बैंक द्वारा इस बार सख्ती करते हुए समूह में पंजीयन फॉर्म नहीं दिए जा रहे हैं, हालांकि यदि कोई व्यक्ति अपने परिवार के सदस्यों के लिए फॉर्म मांगता है तो उसे केवल पांच फॉर्म ही दिए जा रहे हैं। शाखा से प्रतिदिन बैंकिंग समय में फॉर्म वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा साउथ तुकोगंज स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से भी फॉर्म वितरण हो रहा है।
खाद्य सामग्री का पहला ट्रक 15 जून को जाएगा
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर कई लंगर सेवाएं प्रतिवर्ष अनेक सामाजिक व धार्मिक संगठनों द्वारा की जाती हैं। शहर से अग्रसेन चौराहा नवलखा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड़ शिव मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी मार्ग पर लंगर सेवा का आयोजन होता है, जो इस बार भी होगा। ट्रस्ट अध्यक्ष विष्णु बिंदल और संयोजक बीके गोयल ने बताया ट्रस्ट की ओर से छावनी क्षेत्र के व्यापारियों व मंदिर से जुड़े भक्तों के सहयोग से खाद्य सामग्री का पहला ट्रक 15 जून को रवाना किया जाएगा। इसमें दूध पावडर, खाद्य तेल, घी, चावल, पोहा, बेसन, मूंगदाल, शकर, चायपत्ती, बिस्किट, नूडल्स, मंचूरियन, आलू चिप्स, मसाले और जीवनरक्षक दवाई भी रहेगी।
छावनी क्षेत्र के व्यापारियों द्वारा लंगर के लिए खाद्य सामग्री देने के लिए सहयोग प्रारंभ किया जा चुका है। इसके अलावा मंदिर से जुड़े भक्तों का जत्था भी अमरनाथ यात्रा के लिए 3 व 4 जुलाई को रवाना होगा और वहां पहुंचकर लंगर में भी अपनी सेवाएं देगा। यात्रा मार्ग स्थित बालटाल पर हनुमंत सेवा मंडल दिल्ली के सहयोग से इस बार लंगर के लिए स्थान आरक्षित किया गया है।
इस बार 59 दिन की यात्रा
इस वर्ष अमरनाथ यात्रा करीब छह साल बाद 59 दिन की होगी। इससे पहले वर्ष 2009 में यात्रा 60 दिन चली थी तो पिछले वर्ष हुई यात्रा के मुकाबले इस बार अवधि 15 दिन अधिक होगी, जो पुरुषोत्तम पूर्णिमा पर 2 जुलाई से शुरू होकर श्रवण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) पर 29 अगस्त को संपन्न होगी।