मकर संक्रांति पर दान-स्नान का काफी महत्व है। इस दिन लोग यथाशक्ति दान करते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि संक्रांति पर दान का इतना महत्व क्यों है।
दान का महत्व
शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। ये बेहद पुण्यकारी होता है। खिचड़ी का दान भी देना चाहिए। जो लोग गरीबों को खिला नहीं सकते वे अनाज को दान रूप में दे सकते हैं। इस दिन दान देने से बुरे ग्रहों का प्रभाव नष्ट होता है और व्यक्ति के जीवन में अच्छे दिन आरंभ हो जाते हैं। महाराष्ट्र में इस दिन विवाहित महिलाएं, पहली संक्रांति पर कपास, तेल, नमक आदि चीजों को अन्य सुहागिन को देती हैं। तमिलनाडु में इस त्योहार को पोंगल के रूप में चार दिन तक मनाया जाता है।
मकर संक्रांति पर खिचड़ी का महत्व, कैसी खिचड़ी खाने से मिलता है आरोग्य
दान का शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति के दिन शुरू के छह घंटे के भीतर दान करने का विधान बताया गया है। 15 जनवरी को मकर संक्रांति से जुड़े दान-पुण्य के कार्य होंगे अगर इस समय में दान ना कर सकें तो पूरे दिन में कभी भी दान कर सकते हैं। खिचड़ी की परंपरा- इस दिन खिचड़ी बनाई जाती है। भगवान को चढ़ाई जाती है। कई जगहों पर मृत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए खिचड़ी दान करने की भी परंपरा है।