नवरात्रि के पर्व में ज्वारे पूजन का बहुत बड़ा महत्व है। नवरात्रि के पर्व के दौरान बोई गई जौ से भविष्य से संबंधित कुछ बातों के संकेत मिलते हैं। घर में मां की कृपा उतनी ही बढ़ती है। साथ ही यह जितनी हरी-भरी होगी घर में उतनी ही समृद्धि आएगी। शारदीय नवरात्रि में प्रतिपदा यानि पहले नवरात्रे के दिन घरों में ज्वारे बोए जाते हैं। ज्वारे बोने के साथ साथ कलश स्थापना व अखंड ज्योति भी जलाई जाती है। इन सभी शुभ कार्यों का नवरात्रि में विशेष महत्त्व है। वही ऐसा भी माना गया है, की जिस घर में ज्वारे गहरे हरे रंग के और खूब बड़े होते हैं, वहां सदैव सुख शांति और लक्ष्मी का वास होता है। ज्वारे पूजे जाने वाले घरों में माता की कृपा बनी रहती है। माँ के भक्त 9 दिनों का उपवास भी रखते हैं। इसके साथ ही अखंड ज्योत को भी बड़ी श्रद्धा से जलाए रखते हैं। जिन घरों में ज्वारे अच्छे फलते हैं, वहां सभी की हर इच्छा पूरी होती है। देवी माँ इन दिनों में अपनी कृपा अपने भक्तों पर बरसाती हैं। ऐसा माना जाता है, जिन घरों में ज्वारे सूख जाते हैं, उन लोगो को आने वाले साल में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।