यदि कुंडली में गुरु ग्रह से संबंधित कोई दोष हो तो उसकी शांति के लिए गुरुवार को विशेष पूजा की जाती है। बृहस्पति देवताओं के गुरु भी हैं। गुरु वैवाहिक जीवन व भाग्य का कारक ग्रह है। यहां जानिए बृहस्पति ग्रह की पूजा के उपाय, जिनसे इस ग्रह के दोषों को दूर किया जा सकता है… गुरुवार को गुरु ग्रह के निमित्त व्रत रखें। जिसमें पीले वस्त्र पहनें व बिना नमक का भोजन करें। भोजन में पीले रंग का खाद्य पदार्थ जैसे बेसन के लड्डू व आम आदि शामिल करें। गुरु बृहस्पति की प्रतिमा या फोटो को पीले वस्त्र पर विराजित करें। इसके बाद पंचोपचार से पूजा करें। पूजन में केसरिया चंदन, पीले चावल, पीले फूल व भोग में पीले पकवान या फल अर्पित करें व आरती करें। गुरु मंत्र का जप करें: ऊं बृं बृहस्पते नम:। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। गुरु से जुड़ी पीली वस्तुओं का दान करें। पीली वस्तु जैसे सोना, हल्दी, चने की दाल, आम (फल) आदि। शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं