हमारे पूर्वज जिनकी सद्गति या मोक्ष किसी कारणवश नहीं हो पाता है तो वह हमसे आशा करते हैं कि हम उनकी सद्गति या मोक्ष का कोई साधन करें। यदि उनकी आशाओं को पूर्ण किया जाए तो वे हमें आशीर्वाद देते हैं। घर में पितृदोष है तो इन उपायों को अपनाकर पितृदोष को शांत किया जा सकता है। पीपल के नीचे गाय के घी का दीप जलाएं। दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। पीपल पूजा के जल का घर में छिड़काव करें। पानी में पितृ का वास माना गया है। पीने के पानी के स्थान पर उनके नाम का दीपक जलाने से पितृदोष की शांति होती है। पितरों को याद कर गाय को चारा खिलाएं। सूर्यदेव से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि आप मेरे पितरों तक मेरा प्रणाम पहुंचाएं और उन्हें तृप्त करें। प्रतिदिन कुल देवता की पूजा करने से पितृ दोष का शमन होता है। राहगीरों को शीतल जल पिलाने से भी पितृदोष से मुक्ति मिलती है। घर में गीता का पाठ कराना चाहिए। साल में एक दो-बार घर में हवन अवश्य कराएं। प्रत्येक माह एक या दो उपवास अवश्य रखें।