अगर आपकी पलकें एक सेकंड में कई बार झपकती हैं या फिर आंखों में खुजली होती है या आंखें चौधिंया जाती हैं। जबड़ा भिंचना या मुंह खोलना जैसे चीजें आपके साथ हो रही हैं, तो समझ जाइए आपके अंदर ब्लेफेरोस्पाज्म बीमारी के लक्षण हैं। सामान्य व्यक्ति प्रति मिनट 12 बार पलकें झपकाता है।
क्या है ब्लेफेरोस्पाज्म
इस बीमारी में पलकों को बार-बार झपकने से न केवल दर्द होता है, बल्कि आंखों की मांसपेशियां सिकुड़ जाती है, जिसके कारण नेत्रहीनता का भी खतरा भी हो सकता है। ब्लेफेरो का मतलब पलक और स्पाज्म का मतलब अनियंत्रित मांसपेशियों की सिकुड़न होता है। मांसपेशियों के सिकुड़न के कारण पलकें पूरी तरह बंद हो सकती हैं और इस वजह से आंखें और नजरें पूरी तरह सामान्य होने के बाद भी व्यावहारिक नेत्रहीनता उत्पन्न हो सकती है।
इलाज
आम तौर पर ब्लेफेरोस्पाज्म का इलाज ब्लेफेरास्पाज्म मूवमेंट डिसऑर्डर विशेषज्ञों (न्यूरोलॉजी सब-स्पेशिएलिटी) द्वारा किया जाता है। हालांकि आई स्पेशलिस्ट भी इसका इलाज कर सकते हैं। अगर पीडि़त 12 साल या इससे अधिक उम्र का है, तो उसका इलाज आसानी से किया जा सकता है।