20 Apr 2024, 15:50:48 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Gagar Men Sagar

सऊदी अरब के दिवालिया होने से भारत में संकट

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 3 2016 11:23AM | Updated Date: Aug 3 2016 11:23AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

-रियाज अब्बास आब्दी
वरिष्ठ पत्रकार


जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है जब से ही उसको नई नई चुनोतियो का सामना करना पड़ रहा है उम्मीद के अनुसार मोदी सरकार हर चुनोती का बहुत अच्छे से सामना कर रही है पर आज हमारे देश में नए संकट की आहट सुनाई देने लगी है। जिसके के लिए भारत सरकार को तैयार रहने की आवश्यकता है।

हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे भारत में बेरोजगारी होने के कारण या नौकरियों में वेतन कम मिलने के कारण लोग विदेशों में जा कर नौकरी करते हैं और इसी वजह से भारत के लोग अपना लोहा पूरी दुनिया में मनवा रहें हैं पर यहां में बात अरब खाड़ी देशों की करना चाहता हूं।

जैसा के सभी को मालूम है के कच्चे पेट्रोल के दामों में गिरावट के कारण अरब खाड़ी देशों में बहुत मायूसी और आर्थिक संकट आ चुका है। हाल ही में भारतीय विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार सऊदी अरब में 10,000 से ज्यादा भारतीय कामगार अपनी नौकरी गंवाने के बाद पैसों के अभाव में भूख से तड़प रहे हैं। हालांकि भारत सरकारं ने सऊदी अरब में मौजूद 30 लाख भारतीयों से अपील की है कि वे नौकरी गंवाने वालें  भारतीय कामगारों की सहायता करें और कुछ लोगों को भारत सरकार अपने तौर पर सहायता पहुचाने में सफल भी रही है।

पर सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि आज सऊदी अरब में 10,000 से ज्यादा भारतीय कामगारों  की नौकरियां जाने की सुचना मिली है कल किस देश से मिले गी ? डर इस बात का है की बेरोजगारी का आकंड़ा हजारों की संख्या से बढ़कर लाखों में न पहुंच जाए?  

आज भले ही हमारी सरकार इन बेरोजगारों को खाना भी पहुचा देगी पर प्रश्न यह है कि इन के घर वालों को कौन खिलाएगा? वैसे ही भारत में रोजगार  की भारी  कमी है और खाड़ी देशों की जिस प्रकार की हालत है उससे बहुत डर लगता है एक सत्य यह भी है कि इस समय पूरी दुनिया में आर्थिक संकट मंडरा रहा है जिस से कोई इंकार नहीं कर सकता है, पर भारत फिर भी इस संकट से अभी काफी दूर है इस की वजह मोदी सरकार कि आर्थिक नीतियों का सही प्रयोग करना है।

अरब देशों में भारतीयों से संख्या
सऊदी अरब-    3,000,000
यूएई-              2,200,000
ओमान-           670,000
कुवैत-             579,390
कतर-             545,000
बहरेन-           350,000
यमन-            111,000
कुल -    5,255,390
 

एक आंकड़े के अनुसार गल्फ (अरब देशों)  में 50 लाख से अधिक लोग जॉब्स करते हैं पर जिस प्रकार की रिपोर्ट आ रही हैं उसे देख कर लगता है खाड़ी देशों में आर्थिक स्थति बहुत खराब है।  मैं भी आठ वर्षों से अरब खाड़ी में रहता हूं और एक कंपनी में कार्यरत हूं फाइनेंस की थोड़ी बहुत समझ  होने के कारण मुझ को मालूम है कि इस समय मार्केट की किया हालत है।

हालात इतने नाजुक हैं के कई कंपनियों में कई कई महीनों का वेतन नहीं मिल पाया है। कुछ लोग समय को समझ कर अपनी नौकरियां छोड़कर जा रहे और कुछ कंपनियां स्टाफ को कम करने में लगी हैं तो कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को लंबी छुट्टी पर भेजने का काम कर रही हैं और बहुत सी  कंपनियां बंद होने की कगार पर हैं।

जिस प्रकार के हालात हैं उसे देख कर लगता है कि आने वाले छह से आठ महीने बहुत भारी पड़ने वाले हैं और इस बीच काफी लोग अपनी नौकरियां गवां सकते हैं। दुआ ही कर सकते हैं कि ऐसा न हो पर इस संकट से निपटने के लिए भारत सरकार को तैयार रहने की आवश्यकता है।

  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »